राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ रायपुर द्वारा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षको का प्रशिक्षण संकुल केंद्र रानीतराई के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला असोगा में संपन्न हुआ।
प्रारंभिक शिक्षा के शिक्षकों के लिए गुणवत्ता एवं दक्षता संवर्धन हेतु उन्मुखीकरण का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दो चरणों में हुआ।
इस प्रशिक्षण का मुख्य विषय लर्निंग आउटकम्स, सीसीई, और पेडागाजी था।गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एन. सी. ई. आर. टी. नई दिल्ली द्वारा प्रारंभिक स्तर की सभी कक्षाओं के लिए कक्षा एवं विषयवार अधिगम परिणाम निर्धारित किया गया है।
डाईट दुर्ग से प्रशिक्षण प्राप्त कर मास्टर ट्रेनर अनकेश्वर महिपाल ने शिक्षकों को इस संबंध में जानकारी दी। सर्वप्रथम संकुल के शिक्षकों को द टीचर एप , मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कर एकाउंट बनाना और उनमे लर्निंग आउटकम्स डाउनलोड करना सिखाया गया फिर विषयवार सीखने के प्रतिफल पर जानकारी दी गई। इस दौरान अंग्रेजी, गणित ,पर्यावरण अध्ययन विषयों को रोचक ढंग से , गतिविधि आधारित शिक्षा देने पर परिचर्चा हुआ। टी. एल. एम. और नवाचार के द्वारा बच्चों के उपलब्धि स्तर को बढाया जा सकता है।नवाचार के साथ पढाने से विद्यार्थीयो में गुणवत्ता का विकास होता है और बच्चे बहुत अधिक रूचि लेते हैं।
शिक्षकों में स्वाध्याय एवं सीखने की प्रवृत्ति का विकास करने हेतु प्रोजेक्टर एवं लैपटॉप के माध्यम से राज्य में हो रहे नवाचारों से शिक्षकों को अवगत कराया गया।
विद्यालय में सह - संज्ञानात्मक क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने तथा विद्यार्थीयो के सृजनात्मक क्षमता में वृद्धि के लिए सह शैक्षिक क्रियाकलाप कराने पर जोर दिया गया जिससे विद्यार्थीयो में शारिरिक , मानसिक, सामाजिक, नैतिक एवं संवेदनात्मक विकास हो।
सीएसी महेन्द्र बहादुर तथा खिलाडी सर द्वारा भी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण में संकुल केंद्र रानीतराई के शिक्षक प्रहलाद सारधे, रामकृष्ण ताम्रकार, कोमल राम बंछोर , ओमप्रकाश वर्मा, डोमन वर्मा, ईश्वर वर्मा, राजेन्द्र मार्कण्डेय, टेकराम चन्द्राकर , हेमंत सेन, भोजराम चतुर्वेदी, मोहन यादव, धर्मेन्द्र बारले, संध्या ठाकुर, प्रतिमा रानी नाग , पूनम साहू ,डीगेश्वरी साहू, सरिता साहू आदि उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें