रविवार, 28 मई 2017

हिन्दी लेखन की विधि

हिन्दी लिखने वाले अक़्सर 'ई' और 'यी' में, 'ए' और 'ये' में और 'एँ' और 'यें' में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं...।
कहाँ क्या इस्तेमाल होगा, इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए...।
जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं... जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...।
इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है... इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...। इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...। 'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है... मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...।
क्या तुमने क्वेश्चन-पेपर से आंसरशीट मिलायी...?
( 'मिलाई' ग़लत है...।)
आज उसने मेरी मम्मी से मिलने की इच्छा जतायी...।
( 'जताई' ग़लत है...।)
उसने बर्थडे-गिफ़्ट के रूप में नयी साड़ी पायी...। ('पाई' ग़लत है...।)
अब आइए 'ए' और 'ये' के प्रयोग पर...।
बच्चों ने प्रतियोगिता के दौरान सुन्दर चित्र बनाये...। ( 'बनाए' नहीं...। )
लोगों ने नेताओं के सामने अपने-अपने दुखड़े गाये...। ( 'गाए' नहीं...। )
दीवाली के दिन लखनऊ में लोगों ने अपने-अपने घर सजाये...। ( 'सजाए' नहीं...। )
तो फिर प्रश्न उठता है कि 'ए' का प्रयोग कहाँ होगा..? 'ए' वहाँ आएगा जहाँ अनुरोध या रिक्वेस्ट की बात होगी...।
अब आप काम देखिए, मैं चलता हूँ...। ( 'देखिये' नहीं...। )
आप लोग अपनी-अपनी ज़िम्मेदारी के विषय में सोचिए...। ( 'सोचिये' नहीं...। )
नवेद! ऐसा विचार मन में न लाइए...। ( 'लाइये' ग़लत है...। )
अब आख़िर (अन्त) में 'यें' और 'एँ' की बात... यहाँ भी अनुरोध का नियम ही लागू होगा... रिक्वेस्ट की जाएगी तो 'एँ' लगेगा , 'यें' नहीं...।
आप लोग कृपया यहाँ आएँ...। ( 'आयें' नहीं...। )
जी बताएँ , मैं आपके लिए क्या करूँ ? ( 'बतायें' नहीं...। )
मम्मी , आप डैडी को समझाएँ...। ( 'समझायें' नहीं...। )
अन्त में सही-ग़लत का एक लिटमस टेस्ट... एकदम आसान सा... जहाँ आपने 'एँ' या 'ए' लगाया है , वहाँ 'या' लगाकर देखें...। क्या कोई शब्द बनता है ? यदि नहीं , तो आप ग़लत लिख रहे हैं...।

महत्‍वपूर्ण दिवस

राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस
1. लुईस ब्रेल दिवस – 4 जनवरी
2. विश्व हास्य दिवस – 10 जनवरी
3. राष्ट्रिय युवा दिवस – 12 जनवरी
4. थल सेना दिवस – 15 जनवरी
5. कुष्ठ निवारण दिवस – 30 जनवरी
6. भारत पर्यटन दिवस – 25 जनवरी
7. गणतंत्र दिवस – 26 जनवरी
8. अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क एवं उत्पाद दिवस  - 26 जनवरी
9. सर्वोदय दिवस – 30 जनवरी
10. शहीद दिवस – 30 जनवरी
11. विश्व कैंसर दिवस – 4 जनवरी
12. गुलाब दिवस – 12 फरवरी
13. वेलेंटाइन दिवस – 14 फरवरी
14. अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस – 21 फरवरी
15. केन्द्रीय उत्पाद शुल्क दिवस – 24 फरवरी
16. राष्ट्रिय विज्ञानं दिवस – 28 फरवरी
17. राष्ट्रिय सुरक्षा दिवस – 4 मार्च
18. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस – 8 मार्च
19. के०औ०सु० बल की स्थापना दिवस – 12 मार्च
20. विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस – 15 मार्च
21. आयुध निर्माण दिवस – 18 मार्च
22. विश्व वानिकी दिवस – 21 मार्च
23. विश्व जल दिवस – 22 मार्च
24. भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीद दिवस – 23 दिवस
25. विश्व मौसम विज्ञानं दिवस – 23 मार्च
26. राममनोहर लोहिया जयंती – 23 मार्च
27. विश्व टी०बी० दिवस – 24 मार्च
28. ग्रामीण डाक जीवन बिमा दिवस – 24 मार्च
29. गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस – 25 मार्च
30. बांग्लादेश का राष्ट्रिय दिवस– 26 मार्च
31. विश्व थियेटर दिवस – 27 मार्च
32. विश्व स्वास्थ दिवस – 7 अप्रैल
33. अम्बेदकर जयंती – 14 अप्रैल
34. विश्व वैमानिकी दिवस – 14 अप्रैल
35. विश्व हीमोफीलिया दिवस – 17 अप्रैल

36. विश्व विरासत दिवस – 18 अप्रैल
37. पृथ्वी दिवस – 22 अप्रैल
38. विश्व पुस्तक दिवस – 23 अप्रैल
39. विश्व श्रमिक दिवस – 1 मई
40. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस – 3 मई
41. विश्व प्रवासी पक्षी दिवस – 8 मई
42. विश्व रेडक्रॉस दिवस – 8 मई
43. अंतर्राष्ट्रीय थैलीसिमिया दिवस – 8 मई
44. राष्ट्रिय प्रौधोगिकी दिवस – 11 मई
45. विश्व संग्रहालय दिवस – 18 मई
46. विश्व नर्स दिवस – 12 मई
47. विश्व परिवार दिवस – 15 मई
48. विश्व दूरसंचार दिवस – 17 मई
49. आतंकवाद विरोधी दिवस – 21 मई
50. जैविक विविधिता दिवस – 22 मई
51. माउन्ट एवरेस्ट दिवस – 29 मई
52. विश्व तम्बाकू रोधी दिवस – 31 मई
53. विश्व पर्यावरण दिवस – 5 जून
54. विश्व रक्तदान दिवस – 14 जून
55. अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति स्थापना दिवस – 6 जून
56. विश्व शरणार्थी दिवस – 20 जून
57. राष्ट्रिय सांख्यिकी दिवस – 29 जून
58. पी०सी० महालनोबिस का जन्म दिवस – 29 जून
60. भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना दिवस – 1 जुलाई
61. चिकित्सक दिवस – 1 जुलाई
62. डॉ० विधानचंद्र राय का जन्म दिवस – 1 जुलाई
63. विश्व जनसंख्या दिवस – 11 जुलाई
64. कारगिल स्मृति दिवस – 26 जुलाई
65. विश्व स्तनपान दिवस – 1 अगस्त
66. विश्व युवा दिवस – 12 अगस्त
67. स्वतंत्रता दिवस – 15 अगस्त
68. राष्ट्रिय खेल दिवस – 29 अगस्त
69. ध्यानचन्द्र का जन्म दिवस – 29 अगस्त
70. शिक्षक दिवस – 5 सितम्बर
71. अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस – 8 सितम्बर
72. हिंदी दिवस – 14 सितम्बर
73. विश्व-बंधुत्व एवं क्षमा याचना दिवस – 14 सितम्बर
74. अभियंता दिवस – 15 सितम्बर
75. संचयिता दिवस – 15 सितम्बर
76. ओजोन परत रक्षण दिवस – 16 सितम्बर
77. RPF की स्थापना दिवस – 20 सितम्बर
78. विश्व शांति दिवस – 21 सितम्बर
79. विश्व पर्यटन दिवस – 27 सितम्बर
80. अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस – 1 अक्टूबर
81. लाल बहादुर शास्त्री जयंती – 2 अक्टूबर
82. अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस – 2 अक्टूबर
83. विश्व प्रकृति दिवस – 3 अक्टूबर
84. विश्व पशु-कल्याण दिवस – 4 अक्टूबर
85. विश्व शिक्षक दिवस – 5 अक्टूबर
86. विश्व वन्य प्राणी दिवस – 6 अक्टूबर
87. वायु सेना दिवस – 8 अक्टूबर
88. विश्व डाक दिवस – 9 अक्टूबर
89. विश्व दृष्टि दिवस – 10 अक्टूबर
90. जयप्रकाश जयंती – 11 अक्टूबर
91. विश्व मानक दिवस – 14 अक्टूबर
92. विश्व एलर्जी जागरूकता दिवस – 16 अक्टूबर
93. विश्व खाद्य दिवस – 16 अक्टूबर
94. विश्व आयोडीन अल्पता दिवस – 21 अक्टूबर
95. संयुक्त राष्ट्र दिवस – 24 अक्टूबर
96. विश्व मितव्ययिता दिवस – 30 अक्टूबर
97. इंदिरा गाँधी की पुण्य तिथि – 31 अक्टूबर
98. विश्व सेवा दिवस – 9 नवम्बर
99. रा० विधिक साक्षरता दिवस – 9 नवम्बर
100. बाल दिवस – 14 नवम्बर
101. विश्व मधुमेह दिवस – 14 नवम्बर
102. विश्व विधार्थी दिवस – 17 नवम्बर
103. राष्ट्रिय पत्रकारिता दिवस – 17 नवम्बर
104. विश्व व्यस्क दिवस – 18 नवम्बर
105. विश्व नागरिक दिवस – 19 नवम्बर
106. सार्वभौमिक बाल दिवस – 20 नवम्बर
107. विश्व टेलीविजन दिवस – 21 नवम्बर
108. विश्व मांसाहार निषेध दिवस – 25 नवम्बर
109. विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस – 26 नवम्बर
110. राष्ट्रिय विधि दिवस – 26 नवम्बर
111. विश्व एड्स दिवस – 1 दिसम्बर
112. नौसेना दिवस – 4 दिसम्बर
113. रासायनिक दुर्घटना निवारण दिवस – 4 दिसम्बर
114. अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस – 5 दिसम्बर
115. नागरिक सुरक्षा दिवस – 6 दिसम्बर
116. झंडा दिवस – 7 दिसम्बर
117. अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस – 7 दिसम्बर
118. अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस – 10 दिसम्बर
119. विश्व बाल कोष दिवस – 11 दिसम्बर
120. विश्व अस्थमा दिवस – 11 दिसम्बर
121. राष्ट्रिय उर्जा संरक्षण दिवस – 14 दिसम्बर
122. गोवा मुक्ति दिवस – 19 दिसम्बर
123. किसान दिवस – 23 दिसम्बर
124. राष्ट्रिय उपभोक्ता दिवस – 24 दिसम्बर
125. CRPF का स्थापना दिवस – 28 दिसम्बर

Value of life

एक गुरुकुल में गुरु जीवन पर शिक्षा दे रहे तभी एक शिष्य ने अपने गुरु से प्रश्नन किया की आखिर हमारे जीवन का मूल्य (value of life) क्या है और इसे कैसे तय किया जाता है?

गुरु ने अपने शिष्य को एक चमकीला पत्थर दिया  और उससे कहा की जाओ और इस चमकीले पत्थर का  मूल्य पता करके आओ तुम्हे तुम्हारे सवाल का जवाब मिल जाएगा , लेकिन एक बात का ध्यान  रखना, इस पत्थर को बेचना नही है . शिष्य सबसे पहले बाजार मे गया और उसे एक फल वाला दिखा. वह उस चमकीले पत्थर को लेकर फल वाले के पास गया और बोला की इस पत्थर की कीमत क्या है?
फल वाला उस चमकीले पत्थर को देख कर बोला, “दो किलो फल ले जा और इस पत्थर को मुझे दे जा”

शिष्य ने आगे एक सब्जी वाले को पत्थर दिखाया और उससे इसकी कीमत पूछी. सब्जी वाले  ने उस चमकीले पत्थर को देखा और उससे कहा  की एक बोरी सब्जी ले जा और  इस चमकीले पत्थर को मेरे पास छोड़ जा.

आगे शिष्य एक सुनार के  पास गया और उसे चमकीला पत्थर दिखाया. सुनार ने  उस चमकीले पत्थर को देखा और बोला, की इसे 50 लाख मे मुझे बेच दे l शिष्य ने उसे भी मना कर दिया तो सुनार बोला की एक करोड़ मे यह दे दे या बता तुझे इसकी कितनी कीमत चाहिए. शिष्य ने उस सुनार से कहा की मै माफ़ी चाहता हूँ. मै इस बेच नहीं सकता क्योकि मेरे गुरू जी ने इसे बेचने से मना किया है l

आगे शिष्य एक बड़े हीरे बेचने वाले एक जौहरी के पास गया और उसे चमकीला पत्थर दिखाया l जोहरी ने पत्थर को देखकर शिष्य को बताया की यह तो बेशकीमती रुबी है. उसने रुबी के पास एक लाल रंग का कपडा बिछाया और फिर उस पत्त्थर यानि की बेशकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई और माथा टेका l
जौहरी शिष्य से बोला की यह बहुत ही कम पाए जाने वाला रूबी है. तू इस कहाँ से लाया है. इसके लिए तो करोडो रुपए भी कम है.
शिष्य हैरान और परेशान होकर सीधे अपने गुरु के पास गया और फिर सारी बात बताई और बोला की कृपया करके अब आप बताओ गुरु जी की हमारे जीवन का मूल्य (value of life)  क्या है
गुरु बोले :
फल वाले को दिखाने पर उसने इसकी कीमत “२ किलो फल ” की बताई l
सब्जी वाले के पास जाने पर उसने  इसकी कीमत “एक बोरी सब्जी ” बताई l
आगे सुनार ने “एक करोड़” और  जौहरी ने इसे बेशकीमती बताया l
इसी तरह मानवीय जीवन के मूल्य (value of life) का भी है l

तुम बेशक हीरे के सामान हो .. लेकिन  सामने वाला हमेशा तुम्हारी कीमत अपनी हैसियत – अपनी जानकारी – अपनी समझ के हिसाब से ही लगाएगा. मानव जीवन (value of life) अमूल्य है. इसकी कीमत कोई नहीं लगा सकता.

इसलिए अगर जिन्दगी के किसी मोड़ पर कोई तुम्हारी काबिलयत की आलोचना करे या तुम्हे नाकारा समझे तो घबराना मत क्योकि दुनिया में तुम्हे पहचानने वाले भी मिल ही जायेगे।

Respect Yourself,
You are very Unique.

शनिवार, 20 मई 2017

Aducational apps

★Educational Apps★

1. Kidsmath
गणित प्रक्रिया बालकांकरीता उपयुक्त
2. Barakhadi 2.0
बाराखडी साधे शब्द
3. Animal ABC
4. eschool4scratch
खेळातून मनोरंजन, शब्दसंपत्तीत वाढ
5. Animal 4D
आभासी प्रतिमा दाखवणे
6. Hello English
इंग्रजी सराव करीता उपयुक्त
7. Attendance taker
विद्यार्थी हजेरी
8. Anatomy 4D
मानवी शरीर अंतर्बाह्य रचना
9. Space4D
अंतराळ अभ्यास
10. Marathi kids
धुळपाटी सारखा वापर, वर्णमाला, अंकओळख, गणित, भाषा वापर
11. 50marathistories
50 छान छान गोष्टी आहेत
12. Android Balwaadi
मराठी, इंग्रजी वाचन लेखन
13. Writings ABC 123
इंग्रजी मुळाक्षरे कसे लिहावे
14. Kings of Math
वर्ग ५ चे गणित
15. Jay Maharashtra
थोर व्यक्तींची माहीती
16. Numbers
अप्रगत मुलांसाठी
17. Kinemaster
व्हिडिओ बनवू शकतो
18. How to make origami
कागदापासून वस्तू कशा तयार कराव्यात याचे चलचित्र
19. Google Maps
एखाद्या ठिकाणचा नकाशा पाहणे
20. Kids paint
विद्यार्थ्यांकरीता ड्राईंग
21. Educational Games
एकत्रित मनोरंजन खेळ
22. Google Earth
गूगल मॅपला सबस्टिट्यूट
23. Solar system
सर्व प्लॅनेट विषयी माहिती देता येते
24. Quiz maker
ऑफलाइन टेस्ट बनविणारे apps
25. Tricks for GK
प्रत्येक गोष्ट लक्षात राहण्यासाठी tricks
26. Anmol goshti
बालकांकरीता कथा
27. Marathi dictionary
समानार्थी शब्द
28. English Marathi Dictionary
इंग्रजी मराठी शब्द
29. Khagol vishw
भूगोल teaching साठी उपयुक्त
30. ezpschool
पाठपुस्तक pdf दाखवणे
31. Google translation
कोणत्याही भाषेतून भाषांतर
32. Foxit pdf
पुस्तकांसोबत interactions
33. Starchart
अवकाश अभ्यासासाठी उपयुक्त
34. Gurukul study
इ 1 ली ते 8 वी अभ्यासक्रमातील प्रश्न
35. Gom gr
शासन निर्णय
36. TeamViewer
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39. Mobizen
40. Airdroid
हे सर्व apps स्क्रिन कास्ट करीता
41. Google Googles
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42. Skype
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शैक्षणिक
43. Math tips and tricks
गणितातील क्लृप्त्या
44. Vedik Math
45. Xallaps multiplication
46. – – Addition
47. – – greater than less than
48. Math formulae
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75.Evo memo
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77. Cursive lite
78. Fun do science
79. colourful vitamins
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82. Creative kids
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85. kidzoo
86. kids experiments
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88. kids encyclopedia
89. forts of maharashtra
90. Tux4kids
गणिताचा सराव
91. Hello English
नविन शब्दांचे उपयोजन सोदाहरण
92. Qr droid
Q R code ला scan करणेकरीता, अभ्यासक्रम पुस्तके या qr कोड सह आलेली आहेत.
93. Picsart
फोटो कोलाज, फोटो एडिटिंग
94. Blendcollage
फोटो कोलाज, फोटो एडिटिंग
95. Way 2 SMS
फ्रि SMS जगभर
96. Paytm
डेबिट कार्ड वरुन रिचार्ज
97. Vidmate
98. Tubemate
यू ट्यूब व्हिडीओ डाऊनलोडर
99. Kingsoft office
100. Office suit
Ms office चा वापर
101. Marathi Greetings
शुभेच्छापत्र बनविणे
102. Passportpics
पासपोर्ट बनविणे
103. Lumosity
बुद्धि ला खुराक
104. Flowers color
106. Flash card for kids
107. Gadwat
किल्ले
108. Khara mitr
109. Varnmala lite

110. Kids doodle
111. Zebra paint
113. Pratiyogita mantra
114. Table
115. Flute
116. Piano
117. Dumpster app
मोबाइल चे recycle bin
118. Google Drive
मोफत १५ जीबी
119. Text fairy
फोटोवरचा मजकूर कॉपी करा
120. Sidebook
आकर्षक PDF reader
121. Grade stalk
ऑनलाइन अध्ययन
122. Apps backup & restore
123. Android tutorial
124. S2G Excel

125. Telegami

126. Varshik Niyojan

A nice story

जंगल में एक गर्भवती हिरनी बच्चे को जन्म देने को थी। वो एकांत जगह की तलाश में घुम रही थी, कि उसे नदी किनारे ऊँची और घनी घास दिखी। उसे वो उपयुक्त स्थान लगा शिशु को जन्म देने के लिये।

वहां पहुँचते  ही उसे प्रसव पीडा शुरू हो गयी।
उसी समय आसमान में घनघोर बादल वर्षा को आतुर हो उठे और बिजली कडकने लगी।

उसने दाये देखा, तो एक शिकारी तीर का निशाना, उस की तरफ साध रहा था। घबराकर वह दाहिने मुडी, तो वहां एक भूखा शेर, झपटने को तैयार बैठा था। सामने सूखी घास आग पकड चुकी थी और पीछे मुडी, तो नदी में जल बहुत था।

मादा हिरनी क्या करती ? वह प्रसव पीडा से व्याकुल थी। अब क्या होगा ? क्या हिरनी जीवित बचेगी ? क्या वो अपने शावक को जन्म दे पायेगी ? क्या शावक जीवित रहेगा ?

क्या जंगल की आग सब कुछ जला देगी ? क्या मादा हिरनी शिकारी के तीर से बच पायेगी ?क्या मादा हिरनी भूखे शेर का भोजन बनेगी ?
वो एक तरफ आग से घिरी है और पीछे नदी है। क्या करेगी वो ?

हिरनी अपने आप को शून्य में छोड, अपने बच्चे को जन्म देने में लग गयी। कुदरत का कारिष्मा देखिये -- बिजली चमकी और तीर छोडते हुए, शिकारी की आँखे चौंधिया गयी। उसका तीर हिरनी के पास से गुजरते, शेर को जा लगा। शेर मर गया और शिकारी, शेर को घायल ज़ानकर भाग गया। घनघोर बारिश शुरू हो गयी और जंगल की आग बुझ गयी। हिरनी ने शावक को जन्म दिया।

*हमारे जीवन में भी कुछ क्षण ऐसे आते है, जब हम चारो तरफ से समस्याओं से घिरे होते हैं और कोई निर्णय नहीं ले पाते। तब कुछ पल ऐसे आते है, जब हम शुन्य हो कर, सब कुछ नियती के हाथो में छोड देते हैं, जैसे उस हिरनी ने किया।*

*जो पहली प्राथमिकता वो करो। जैसे हिरनी ने शावक को जन्म दिया।* अपने आप से पूछें ? आप कहां केन्द्रित हैं ? आप का विश्वास और उम्मीद किस से है ? ईश्वर आप के साथ हैं और आपको निराश नहीं करेंगे।

A nice school

*�������� बेमिसाल प्राइमरी स्कूल ��������*

*बस्ती। सरकारी प्राइमरी स्कूल!*
यह शब्द लोगो के जेहन में आते ही एक बदहाल व्यवस्था की तस्वीर सामने आ जाती है। सरकारी स्कूलों और उनके शिक्षको की बदहाली की चर्चा तो आप ने बहुत सुनी होगी। लेकिन आज हम आप आप को एक ऐसे सरकारी प्राइमरी स्कूल से परिचित कराएंगे जिसे एक शिक्षक के जज़्बे ने स्वर्ग बना दिया। अब तो इसे *����"गरीबो के बच्चों का सुपर कान्वेंट"* भी कहा जाने लगा है। जी हाँ,  *बस्ती सदर विकास खण्ड के आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूड़घाट* और उसके *����‍��नवाचारी प्रधानाध्यापक डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र*  की पहल और कार्यो ने इस स्कूल को महज 6 महीनो में ऐसा बना दिया जिसे देख कोई भी तारीफ करे बिना नही रह सकता।
����....आलीशान सुसज्जित भवन, फूल पत्तियों और गमलों से सुसज्जित परिसर, ��कम्प्यूटर और प्रोजेक्टर से सुसज्जित स्मार्ट क्लास सुविधा युक्त कक्षा, साउंड सिस्टम पर प्रार्थना करते बच्चे, हर क्लास में ह्वाइट बोर्ड सीट बेंच, लाइट, पंखो की सुविधा, टाई, बेल्ट और आईडी कार्ड पहने लगभग 200 चहकते बच्चे। जी हाँ यह तस्वीर किसी महंगे निजी स्कूल की नही बल्कि *आदर्श प्राइमरी स्कूल मूड़घाट* की है जहाँ ऐसी सुविधाएं है जो शायद सैकड़ो रुपये महीने फीस देने पर मिले। जी हाँ कुछ ऐसी ही सुविधाएं मूड़घाट स्कूल में  बच्चो को निःशुल्क देने का बीड़ा उठाया है स्कूल के *����‍��नवाचारी प्रधानाध्यापक डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र* ने। उन्होंने महज 6 माह में ही  बिना सरकारी मदद के इस स्कूल को अपने व्यक्तिगत और सामाजिक सहयोग से स्कूल को ऐसा बनाने में सफलता भी पाई है। स्कूल और इसके प्रिंसिपल के प्रयासों का ही परिणाम है कि *जिले के डीएम प्रभु नारायण सिंह, सीडीओ अंजनी कुमार सिंह, एडी बेसिक डॉ0 सत्य प्रकाश त्रिपाठी, पूर्व बीएसए मनिराम सिंह और वर्तमान बीएसए एमपी वर्मा* में स्कूल भ्रमण कर *����‍��डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र* के प्रयासों की सराहना की है।

���� https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1899962096948045&id=1598220847122173

*����‍��डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र* आज जिले ही नही पूरे प्रदेश के शिक्षकों के बीच अपनी पहचान बना चुके है जिन्हें शिक्षक बिरादरी के लोग अपना आदर्श मानने लगे है। *����‍��डॉ0 सर्वेष्ट* वर्तमान स्कूल से पहले *पूर्व माध्यमिक विद्यलाय पारस जागीर* को आदर्श विद्यालय विद्यालय के रूप में पहचान दिलाई थी। इसी आधार पर 19 जुलाई 2016 को इनकी तैनाती इस विद्यालय पर तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर इस विद्यालय को मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने हेतु प्रधानाध्यापक जे रूप में की गयी थी।

��जब इन्होंने इस विद्यालय मे ज्वाइन किया तो स्कूल की हालत काफी जर्जर थी। नाम मात्र के 10 से 12 बच्चों की उपस्थिति थी। स्कूल में घास फूस और गंदगी का अंबार और भवन की दीवारें और साजसज्जा काफी दयनीय दशा में थी। ����‍♂ये बताते है कि स्कूल की दशा देखने के बाद लगा कि इतने बिगड़े स्कूल को मॉडल स्कूल बनाना आसान  नही। महज दो शिक्षकों केे सहारे जो हाल ही में शिक्षक के रूप में समायोजित हुए थे गुणवत्तापूर्वक पढ़ाई कराना भी आसान नही था। वहाँ के लोगों ने हमे बताया कि इस स्कूल में चाहें जो कर लिया जाय न तो छात्र सख्या बढ़ेगी और न ही व्यवस्था परिवर्तन होगा। इतने नकारात्मक परिस्थितियों के बावजूद हमने अपने मजबूत इरादों के साथ काम करना शुरू किया।
��सबसे पहली समस्या थी छात्र संख्या बढ़ाने की। हमने इसके लिए स्कूल के आसपास मूड़्घाट, डमरुआ, कटरा आदि के लगभग 250 घरों प्रवेश के लिए व्यक्तिगत संपर्क किया और लोगो को बताया कि अब उनका स्कूल अच्छा बन जायेगा और सब अपने बच्चो को यही पढ़ायें। लोगो ने हमारी बात पर विश्वास किया और देखते ही देखते 31 अगस्त तक हमारी छात्र संख्या 155 हो गई। जो इस नए सत्र में बढ़कर 211 हो गयी है।
����‍♂अब हमारा लक्ष्य था स्कूल में भैतिक सुविधाओ में बढ़ोत्तरी और शिक्षको  की। इसके लिए हमने अपने व्यक्तिगत प्रयास और सामाजिक सहयोग से सभी बच्चों के बैठने हेतु डेस्क वेच और कुर्सियों की व्यवस्था की। _हर बच्चे के लिए निःशुल्क कापियों, स्टेशनरी, टाई, बेल्ट और आईडी कार्ड, हर क्लास में व्हाइट बोर्ड, पानी पीने केे लिए एक एक बोतल, सभी के एमडीएम हेतु प्लेट और गिलास की व्यवस्था की। सभी बच्चो को सरकारी दो ड्रेस के अलावा 1 अन्य ड्रेस भी निःशुल्क उपलब्ध कराया।_
यह सब कार्य करने के बाद स्कूल की बिल्डिंग को अपनी सैलरी से लगभग सवा लाख रुपये खर्च करके वाल पुट्टी और प्लास्टिक पेंट लगवाया। दीवाल लेखन और आंतरिक साजसज्जा के अलावा एक स्मार्ट क्लास  विकसित करके उसमें ��कंप्यूटर और प्रोजेक्टर की व्यवस्था की। स्मार्ट क्लास हेतु फर्नीचर,  विद्युतीकरण, सभी कमरों में वायरिंग, पंखों और लाइट की व्यवस्था की। परिसर में बने गढो में मिट्टी डलवाकर फूल, पत्तियों के पौधे, ��छायादार पौधे लगवाए।कमरों के सामने गमले रखवाए।

��सीसीटीवी कैमरों और बायोमेट्रिक लगाने की योजना,
स्कूल की सुरक्षा और बच्चों तथा शिक्षको की नियमित उपस्थिति हेतु 8 सीसीटीवी कैमरे और बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाने की योजना है। इसके अलावा वाटर कूलर और आरओ लगाने की योजना है।
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��सर्वाधिक उपस्थिति, स्वच्छता, समय पालन और मेधावी बच्चे होते हैं सम्मानित

स्कूल के हर क्लास में त्रैमासिक रूप से सर्वाधिक उपस्थिति वाले, सर्वाधिक स्वच्छता वाले और सर्वाधिक मेधावी और सर्वाधिक समय पालन करने वाले बच्चो को पुरस्कृत किया जाता है। जिससे दूसरे बच्चो में भी इन गुणों का विकास किया जा सके।
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टाई बेल्ट आईडी कार्ड है इन बच्चों की पहचान
स्कूल के हर बच्चे को प्रधानाध्यापक ने अपनी तरफ से स्कूल का नाम छपे,लेमिनेटेड प्लास्टिक आई कार्ड, बेल्ट और टाई उपलब्ध कराई है। सर्दियों के लिए लिए तो  बच्चो को नि:शुल्क एक कलर का स्वटेर भी दिया गया है।
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����‍��स्मार्ट क्लास में पढ़ाई का आनंद लेते है बच्चे
इस स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक स्मार्ट क्लास है जिसमें बड़ी सी स्क्रीन लगी है। इस क्लास में प्रत्येक क्लास के बच्चो को उनके क्लास की विषय वस्तु के अनुसार एक पीरियड में पढ़ने का मौका मिलता है। जहाँ बच्चो को उनके पसंदीदा वीडियो और ��कार्टून्स आदि के सहारे सीखने जा अवसर भी मिलता है। इसी के साथ बच्चे ��कंप्यूटर भी सीखते है।
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स्कूल की फेसबुक पेज के सैकड़ों फॉलोवर
स्कूल का खुद का *आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूड़घाट, बस्ती* के नाम *फेसबुक पेज* है। जिस् पर स्कूल की दैनिक गतिविधियाँ, सांस्कृतिक आयोजन और सुविधाए व सूचनाएं प्रसारित की जाती है। पूरे देश से सैकड़ो की संख्या में इसके फॉलोवर है। इसके अलावा स्कूल की खुद की ईमेल psmoorghat@gmail.com भी है। जल्द ही स्कूल की वेबसाइट और मोबाइल एप भी होगा।
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पर्सनालिटी डेवलपमेन्ट के लिए है एक पीरियड
इस स्कूल में कक्षाएँ विषयवार पीरियड के हिसाब से चलती है। यहाँ का असेंबली का भी एक पीरियड  होता है। जिसमें प्रतिदिन ��लाउडस्पीकर पर अलग, अलग प्रार्थना, हिंदी एवं अंग्रेजी में, सदवाक्य, बच्चों द्वारा किसी कविता कहानी का प्रस्तुतिकरण,  समाचार वाचन और पीटी और ����‍♂योग  का सत्र होता है। अंतिम क्लास तो व्यक्तित्व निर्माण के लिए है जिसमे कक्षाध्यापक बच्चो के व्यक्तित्व निर्माण के विविध आयामों पर कार्य करते हैं।
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��नया सत्र से कक्षा 1 अंग्रेजी माध्यम में
*प्रधानाध्यापक डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र* बताते है कि इस स्कूल में नए सत्र से कक्षा 1 को स्वैछिक रूप से अंग्रेजी माध्यम से चला रहे  है।आने वाले दिनों में स्कूल के कुछ बच्चे भी फर्राटेदार अंग्रेजी में बात कर सकेंगे।
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होली दीवाली सब मनाते है स्कूल में
इस स्कूल के प्रधानाध्यापक सभी बच्चो के साथ स्कूल में ही होली दीवाली जैसे बड़े त्योहार मिलकर मनाते है। इस दौरान सभी बच्चे त्योहारों के परंपरागत पकवानों, रंगों और पाताखो का आनंद उठाते हैं। हाल ही में स्कूल का वार्षिकोत्सव का आयोजन भी किया गया जिसमें खुद *����जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने मुख्य अतिथि* के रूप में पहुँचकर बच्चो एवं शिक्षको का मनोबल बढ़ाया और स्कूल का आधिकारिक पोस्टर का विमोचन किया।

��कई सम्मान से नवाजे जा चुके है *����‍��डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र*
उस स्कूल के *����‍��प्रधानाध्यापक डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र* की पहचान ज़िले ही नही पूरे प्रदेश में एक नवाचारी शिक्सक जे रूप में अपनी पहचान बनाई है।

इससे पहले वे ज़िले के पूर्व माध्यमिक स्कूल को एक आदर्श स्कूल के रूप में स्थापित कर चुके है और उसी आधार पर *����तत्कालीन डीएम नरेन्द्र पटेल* ने इनकी तैनाती जुलाई 2016 में वर्तमान मूड़घाट स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में स्थापित करने की जिम्मेदारी दी थी। इनके कार्यो को लेकर ही *2013 में तत्कालीन बीएसए डॉ0 धर्मवीर सिंह ने आदर्श शिक्षक अवार्ड से तथा 2016 में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल ने ज़िले के आदर्श शिक्षक के रूप में सम्मानित किया है। इसके अलावा 2016 में इनका चयन नॅशनल आईसीटी अवार्ड की स्क्रीनिंग हेतु हो चुका है। इन्हें रोटरी क्लब द्वारा नेशन बिल्डर अवार्ड 2016 अवार्ड से सम्मानित किया गया। मीना रेडियो कार्यक्रम हेतु तत्कालीन मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डिम्पल यादव द्वारा सम्मानित किया गया है। इसके अलावा 2016 में इटावा में आयोजित प्रदेश के 30 आदर्श शिक्षको के साथ प्रदेश के आदर्श शिक्षक के रूप में सम्मानित हुए है। इसके अलावा फार्म एंड फ़ूड पत्रिका, राज्यसभा सांसद, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें समय समय पर इनके कर्यो हेतु सम्मानित किया जा चुका है।*
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_����‍♂"हमने अपने स्कूल को प्रदेश का सबसे बेहतरीन स्कूल बनाने की ठानी है। इसके लिए पिछले लगभग 8 महीनो से हम दिन रात स्कूल के विकास हेतु काम कर रहे है। हमारी रोज की दिनचर्या में स्कूल टाइम के बाद लोगो सेे स्कूल के गरीब बच्चो के लिए कुछ न कुछ मांगने में बीतता है। हमारे इस कार्य मे शहर के कई व्यवसायियों, स्कूल संचालकों और बैंकों ने अपने योगदान दिए है। लेकिन अभी जरूरते बहुत है इसलिए लोगों से निवेदन है कि जो भी गरीब बच्चो की पढ़ाई और बेहतरी के लिए हमारे द्वारा किये जा रहे प्रयासों में अपना सहयोग देना चाहे वो कभी भी स्कूल भ्रमण कर हमारे स्कूल को अपना योगदान दे सकते है। लोग अपने जन्म दिन, सलगिरह जैसे दूसरे खुशियों के पल हमारे स्कूल के बच्चो के साथ बांट सकते हैं।  यहाँ के शिक्षक अपने और बच्चो का जन्मदिन  तो यही मनाते है।"_

_����साभार :_ *����‍��डॉ0 सर्वेष्ट मिश्र, प्रधानाध्यापक*

_��संकलनकर्ता :_ *��टीम मिशन शिक्षण सम्वाद*

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